एक सुकून है तेरी मुहब्बत मे, क्या हर बात बोल कर ब | हिंदी शायरी
"एक सुकून है तेरी मुहब्बत मे,
क्या हर बात बोल कर बताना जुरूरी है..
मुद्दतो बाद तो सोया हूँ तेरी जुल्फो की छाव मे,
क्या सुकुन की नींद से जगाना जरुरी है...
#Nitin"
एक सुकून है तेरी मुहब्बत मे,
क्या हर बात बोल कर बताना जुरूरी है..
मुद्दतो बाद तो सोया हूँ तेरी जुल्फो की छाव मे,
क्या सुकुन की नींद से जगाना जरुरी है...
#Nitin