"जो चांद कैद था कल तक आज उसकी जमानत हो गई कल तक थी जो मेरी आज किसी और की अमानत हो गई नहीं चाहता था कि कभी भी छोड़कर वो जाए मुझे
उसके जाते ही मेरी जिंदगी में कयामत हो गई
Ak"
जो चांद कैद था कल तक आज उसकी जमानत हो गई कल तक थी जो मेरी आज किसी और की अमानत हो गई नहीं चाहता था कि कभी भी छोड़कर वो जाए मुझे
उसके जाते ही मेरी जिंदगी में कयामत हो गई
Ak