✍️आज की डायरी✍️
रईसजादे कहाँ जान पाते हैं, एक रोटी की क़ीमत क्या होती है ।
शाम का निवाला कैसे आता है ,मज़दूर का पसीना ही बताता है हमें ।।
मेहनत ही जिनका तरीका है घर -परिवार को पालने के लिए ।
कठिनाई में उनका मुस्कुराना जीने का सलीका सिखाता है हमें ।।
मज़दूर दिवस पर बस.........
✍️नीरज✍️
©डॉ राघवेन्द्र
#CHILD_LABOUR