किस तरफ़ को चलती है अब हवा नहीं मालूम, हाथ उठा लिए | हिंदी शायरी Video

"किस तरफ़ को चलती है अब हवा नहीं मालूम, हाथ उठा लिए सबने और दुआ नहीं मालूम..! हम शेरों से दिल के ज़ख़्म भरते हैं क्या करें मसीहा को जब दवा नहीं मालूम..!! ©Navash2411 "

किस तरफ़ को चलती है अब हवा नहीं मालूम, हाथ उठा लिए सबने और दुआ नहीं मालूम..! हम शेरों से दिल के ज़ख़्म भरते हैं क्या करें मसीहा को जब दवा नहीं मालूम..!! ©Navash2411

#नवश

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