मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गई है, अगर मे
"मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गई है,
अगर मेरी आँख न खुली तो तुम तड़पोगे बहुत।कोई नहीं आएगा मेरी जिदंगी में तुम्हारे सिवा,
बस एक मौत ही है जिसका मैं वादा नहीं करता।
अंकित कुमार..."
मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गई है,
अगर मेरी आँख न खुली तो तुम तड़पोगे बहुत।कोई नहीं आएगा मेरी जिदंगी में तुम्हारे सिवा,
बस एक मौत ही है जिसका मैं वादा नहीं करता।
अंकित कुमार...