मिट्टी से बना हूँ मिट्टी मे मिल जाऊँगा
उससे पहले मै भी कुछ कर जाऊँगा
गिरे जो तेरी आँख से एक भी आसूं
मै उसकी खातिर सारे ज़माने से लड़ जाऊँगा
गुज़री है ज़िन्दगी जो तेरी दुःख और दर्द मे
मै उसे खुशियों मे तब्दील कर जाऊँगा
हाँ जनता हूँ के तूने देखे है ख्वाब कई हज़ार
मै उन सभी कुछ खाव्बो को हकीकत कर जाऊँगा
पड़े जो तुझ पर कभी भी मुसीबत के बादल
मै उस पल तेरा साया बन जाऊँगा
🥀 सय्यद दानिश आब्दी 🥀
©Syed Danish Abdi
मिट्टी से बना हूँ मिट्टी मे मिल जाऊँगा
उससे पहले मै भी कुछ कर जाऊँगा
गिरे जो तेरी आँख से एक भी आसूं
मै उसकी खातिर सारे ज़माने से लड़ जाऊँगा
गुज़री है ज़िन्दगी जो तेरी दुःख और दर्द मे
मै उसे खुशियों मे तब्दील कर जाऊँगा