rose day special | shayar DILKASH | open mic
गुलाबी इनकी रंगत
और देखो गुलाबों का ही दिन आया
हर फूल पेङ से टूट गया
देखो इनकी ङाली को भी इस पर तरस ना आया
जो फूल बागों में, बालों में होना चाहिए था
आज वो जमी पर पङा है
देखो इन लोगों को भी इस पर तरस ना आया