बिना अभ्यास के हद से ज्यादा जानकारी इकट्ठा
कर लेना एक पढ़े लिखे अनपढ़ को जन्म देता है
बनो तो तितलियों की तरह वो बिना सहारे के
ख़ुशबू की तलाश करती है, फूलों के करीब जाती है
वो फूलों की खूबसूरती को समझने के लिए
किसी भाषा का सहारा नहीं लेती
~@tasveer_lafzon_mein
बिना अभ्यास के हद से ज्यादा जानकारी इकट्ठा
कर लेना एक पढ़े लिखे अनपढ़ को जन्म देता है
बनो तो तितलियों की तरह वो बिना सहारे के
ख़ुशबू की तलाश करती है, फूलों के करीब जाती है
वो फूलों की खूबसूरती को समझने के लिए
किसी भाषा का सहारा नहीं लेती