मेरे पास तुम्हारे इस सवाल का कोई जवाब ही नहीं था कि
"अगर इस जन्म में मैं तुम्हे न मिली तो.. 11 .. ये सवाल तो कभी आया ही नहीं ज़हन में मेरे.. जब तुम मिलीं थीं तब भी नहीं, जब तुम बिछड़ गयीं थीं तब भी नहीं
इस सवाल का जवाब सिर्फ इंतज़ार है..... ..तुम्हारा इंतज़ार, यही सीखा हूँ करना इस जन्म में, यही करता रहूंगा अंतिम सांस तक..... ये इंतज़ार फिर उधार रहेगा तुम पर....
©The Prayagraj Poetry House
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