जल्ती आगमे पेर रखा फिरभी कुच मेहसुस हि नहि हुआ क्य | हिंदी Shayari Vid

"जल्ती आगमे पेर रखा फिरभी कुच मेहसुस हि नहि हुआ क्युकी शरीर से ज्यादा दिल जल चुका हे मेरा"

जल्ती आगमे पेर रखा फिरभी कुच मेहसुस हि नहि हुआ क्युकी शरीर से ज्यादा दिल जल चुका हे मेरा

#AakhriAlvida
#jalti aag

People who shared love close

More like this

Trending Topic