कोई किस्त है जो अदा नहीं है, साँस बाकी है

"कोई किस्त है जो अदा नहीं है, साँस बाकी है और हवा नहीं है ! नसीहतें, सलाहें, हिदायतें तमाम, प्रिस्क्रिप्शन हैं पर दवा नहीं है ! आँख भी ढक लीजिये संग मुँह के, मंजर सचमुच अच्छा नहीं है...!. हरेक शामिल है इस गुनाह में, कुसूर किसका है पता नहीं है ! ©Hans gunjal"

 कोई  किस्त  है  जो अदा नहीं  है, 
साँस  बाकी  है  और  हवा  नहीं  है !

नसीहतें, सलाहें, हिदायतें तमाम, 
प्रिस्क्रिप्शन  हैं  पर  दवा  नहीं  है !

आँख भी ढक लीजिये संग मुँह के, 
मंजर  सचमुच  अच्छा  नहीं  है...!. 

हरेक  शामिल  है  इस  गुनाह  में, 
कुसूर  किसका  है  पता  नहीं  है !

©Hans gunjal

कोई किस्त है जो अदा नहीं है, साँस बाकी है और हवा नहीं है ! नसीहतें, सलाहें, हिदायतें तमाम, प्रिस्क्रिप्शन हैं पर दवा नहीं है ! आँख भी ढक लीजिये संग मुँह के, मंजर सचमुच अच्छा नहीं है...!. हरेक शामिल है इस गुनाह में, कुसूर किसका है पता नहीं है ! ©Hans gunjal

People who shared love close

More like this

Trending Topic