White ना तुम कोई तकल्लुफ करो; ना हमारी तरफ से कोई कोशिश होगी,
तुम खुश रहो अपनो की महफिल में; हमारी मंजिल तो अब तन्हाई होगी।
अपना सबकुछ मानकर; तुम्हारे साथ बहुत से ख्वाब सजाए थे
ना तुम अब मिलने की साजिश करना; ना हमारी कोई ख्वाहिश होगी।
तन्हाई के आलम में से निकालकर; भिगाया था तुमने प्यार की बरसात में
अब ना जिंदगी में तुम्हारा साथ होगा; ना प्यार वाली बरसात होगी।
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©Prashant kumar
#GoodMorning