महात्मा होने का अर्थ सदा सच कहते जाना
निर्भय निर्भिक सचाई के रास्ते पर चलते जाना
रास्ते में मिले अगर निगलने वाले साप भी
आदर से उन्हें माफ कर आगे तुम उन्हें बढ़ाना
©ashish gupta
#GandhiJayanti2020
महात्मा होने का अर्थ सदा सच कहते जाना
निर्भय निर्भिक सचाई के रास्ते पर चलते जाना
रास्ते में मिले अगर निगलने वाले साप भी
आदर से उन्हें माफ कर आगे तुम उन्हें बढ़ाना