श्लोक- वदनम् प्रसाद सदनम्, सदयम् हृदयम् सुधमुचो व | हिंदी विचार Video

"श्लोक- वदनम् प्रसाद सदनम्, सदयम् हृदयम् सुधमुचो वाचः। करणम् परोपकरणम्, ऐषां तेषानु ते वन्द्या।। अर्थात्- जिनके मुखमण्डल पर सदैव प्रसन्नता विराजमान रहती है, जो अपने जीवन में शान्त, सन्तुष्ट और प्रसन्नचित्त रहते हैं। -:मित्रों:- "मुस्कान और मदद ये दो ऐसे इत्र हैं जिन्हें जितना अधिक आप दूसरों पर छिड़केंगे, उतने ही सुगन्धित आप स्वंय होंगे...!!!" जय श्री कृष्णा..."

श्लोक- वदनम् प्रसाद सदनम्, सदयम् हृदयम् सुधमुचो वाचः। करणम् परोपकरणम्, ऐषां तेषानु ते वन्द्या।। अर्थात्- जिनके मुखमण्डल पर सदैव प्रसन्नता विराजमान रहती है, जो अपने जीवन में शान्त, सन्तुष्ट और प्रसन्नचित्त रहते हैं। -:मित्रों:- "मुस्कान और मदद ये दो ऐसे इत्र हैं जिन्हें जितना अधिक आप दूसरों पर छिड़केंगे, उतने ही सुगन्धित आप स्वंय होंगे...!!!" जय श्री कृष्णा...

#JAI_SHREE_KRISHNA
#jai_shree_ram @Naveen Chauhan @Urvi Poonia @Praneet Naidu @Shivam Mishra @Dalchand @mukesh verma @Vishnu Srivastava @Puneet Goel @Mukesh Kumar @Rahul @ANIL KUMAR NISHCHHAL

People who shared love close

More like this

Trending Topic