लगता था जो चाहा था, वह हो गया हासिल फिर भी इतना बे | हिंदी शायरी Video

"लगता था जो चाहा था, वह हो गया हासिल फिर भी इतना बेचैन यारा,क्यों हैं मेरा दिल दौलत मिली काबिलियत से ज्यादा मानता हूँ फिर भी दरिया सी जिंदगी को न मिला साहिल। इश्क की तमन्ना थी जिससे, वह भी कबूल हुई फिर भी जाने क्यों फिरता हूँ इधर उधर हो ग़ाफ़िल। सुकून क्या होता हैं, शायद यह न मै जान पाया, दौलत, शोहरत के पीछे न दौड़ता, जो होता ग़ाफ़िल। ©Kamlesh Kandpal "

लगता था जो चाहा था, वह हो गया हासिल फिर भी इतना बेचैन यारा,क्यों हैं मेरा दिल दौलत मिली काबिलियत से ज्यादा मानता हूँ फिर भी दरिया सी जिंदगी को न मिला साहिल। इश्क की तमन्ना थी जिससे, वह भी कबूल हुई फिर भी जाने क्यों फिरता हूँ इधर उधर हो ग़ाफ़िल। सुकून क्या होता हैं, शायद यह न मै जान पाया, दौलत, शोहरत के पीछे न दौड़ता, जो होता ग़ाफ़िल। ©Kamlesh Kandpal

#achieve

People who shared love close

More like this

Trending Topic