एक सफेद गुलाब,
उस दोस्त के लिए
जो खड़ा है मेरे साथ
जीवन के उतार चढ़ाव में
बिन मांगे बिन पुकारे
जो समझे मुझे और मेरे घावों को
एक सफेद गुलाब उस शत्रु को भी
जिसने बोये सिर्फ काँटे हैं
मेरी राहों में और मेरे रिश्तों में भी
एक सफेद गुलाब , इन गमों को
जिनके सामने मैं हारी तो नही
पर लड़ना छोड़ दिया है
©परी की पंक्तियाँ
#white_rose