मैं डूबा तो किनारे पर खड़ी थी दुनिया और हंसने वालो | हिंदी Shayari
"मैं डूबा तो किनारे पर खड़ी थी दुनिया और हंसने वालों में मेरा मुकद्दर शामिल था !
और रो रहा था जो मेरे जनाजे से लिपट कर मैं अपने लफ्जों में कैसे कहूं कि वही मेरा कातिल था @mit.."
मैं डूबा तो किनारे पर खड़ी थी दुनिया और हंसने वालों में मेरा मुकद्दर शामिल था !
और रो रहा था जो मेरे जनाजे से लिपट कर मैं अपने लफ्जों में कैसे कहूं कि वही मेरा कातिल था @mit..