हाथ का स्पर्श
एक अजीब सा सुकून देता है,
कहता है
दूर तू न जा।
पास बैठकर मेरे संग समय बिता,
भूल जा सारे गिले सिकवे
दर्द को भूल जा।
ना दिलों की दूरियां हो,
चाहे कोई भी मजबूरियां हो।
बस करीब ओर करीब आ,
जीवन को सफल बना।
एक दूसरे ना हो जुदा,
जोड़ी बनाए रखे खुदा।
बांहों में भर कर आलिंगन करें,
दूर किसी का न करें।
खो जाएं एक दूजे में,
सारी जिंदगी बीत जाए संग बिताने में।
©Shishpal Chauhan
#उसके हाथों का स्पर्श