"लेके चले थे तूफाॅ,
ठोकरो का डर न था ।
सगं था काॅरवा,
बिछुड़ने का गम न था ।
आरजू थी साथ रहे उम्र भर,
लेकिन मिलने का वक़्त न था ।
कोशिश तो बहुत की,
मगर नजरे मिलाने का दम न था ।"
लेके चले थे तूफाॅ,
ठोकरो का डर न था ।
सगं था काॅरवा,
बिछुड़ने का गम न था ।
आरजू थी साथ रहे उम्र भर,
लेकिन मिलने का वक़्त न था ।
कोशिश तो बहुत की,
मगर नजरे मिलाने का दम न था ।