सोचा ना कभी ऐसी बात बन गया
देखा उसे जब दिल में चाँद जल गया
किनारों पर खड़ा,इंतज़ार में प़डा
पहली नज़र में ही प्यार हो गया
बढ़ाकर कदम साथ वक़्त पर नाज़ हो गया
उसके होंठों के तिल दिल में याद बन गया
हाय!मिलकर मुकम्मल हर रात बन गया
©khushi upadhyay
#pehlimulakat