मौन रह कर सभी घाव सह आये हैं, हम उजालों के भी गाँव रह आये हैं, रात के चाँद का मोल होता नहीं दिन के तारों से सब भाव कह आये हैं! #मुक्तक ©अमरेश चित्रांश. #कविता_मुक्तक Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto