"आखिर मोहब्बत होती ही क्यों है?
जब कोई किसी से प्यार करता है,
प्यार का इज़हार भी करता है,
मिलने का इंतज़ार भी करता है,
खूब ख़याल भी रखता है,
क्यों किसी से छीन लेता है,
ऐ तक़दीर लिखने वाले।
जब साथ लिखा ही नही था फिर
आखिर मोहब्बत होती ही क्यों है?
©Muqeem Shadab"