अकेले पन का आज कुछ अलग ही अंदाज हैं, तू वाहा और ते | हिंदी Shayari
"अकेले पन का आज कुछ अलग ही अंदाज हैं,
तू वाहा और तेरी याद मेरे साथ हैं,
इस तन्हाई को कैसे बयां करू मैं।
इस अंधेरी रात में आज कुछ अलग सी ही बात हैं।।
आksha✒"
अकेले पन का आज कुछ अलग ही अंदाज हैं,
तू वाहा और तेरी याद मेरे साथ हैं,
इस तन्हाई को कैसे बयां करू मैं।
इस अंधेरी रात में आज कुछ अलग सी ही बात हैं।।
आksha✒