उसका बात करने का लहज़ा
अब मुझे पसंद नही आता है...
क्या करू?
उसके बिना मुझसे रहा भी नही जाता है..
अब नेक इरादा भी उसका
मुझको फरेब नज़र आता है..
दिल करता नही अब ऐतबार उसका।।
अब उसकी इश्क़ भरी बातों का मेला..
मुझे दिल बहलाने का महज़ एक खेल नज़र आता है।
©Twinkle Pundir
#tereliye