White नए खतरे के संकेत "
अभी तक हम देखते आए हैं कि
औरतें इस देश की ईमान की धनी होती हैं।
फिर यह कौन सी हवा चली है,कोई हजार
में ,कोई साढ़े आठ हजार में, सब बेच देती है।
और बदल देती है उसकी सौच, जो सबका
भला सोचके चलता है, नींद उड़ा देतीं है।
कर दिया उसकी तपस्या को विफल, सोच
और संस्कृति के ,नए खतरे के संकेत देती है।
©Anuj Ray
# नए खतरे के संकेत"