ये फासले दरमियाँ जो हैं तेरे मेरे, जरा सी बात से ह
"ये फासले दरमियाँ जो हैं तेरे मेरे,
जरा सी बात से ही कम हो जाएंगे,
कुछ तुम कहो कुछ हम कहें,
हम इसी तरह कहते ही जायेंगे,
हाथ पकड़ लेना मेरा तुम जब डर कोई तुम्हे कहीं सताए,
साथ हमारे चलने से रास्ते यूँ ही कट जाएंगे।"
ये फासले दरमियाँ जो हैं तेरे मेरे,
जरा सी बात से ही कम हो जाएंगे,
कुछ तुम कहो कुछ हम कहें,
हम इसी तरह कहते ही जायेंगे,
हाथ पकड़ लेना मेरा तुम जब डर कोई तुम्हे कहीं सताए,
साथ हमारे चलने से रास्ते यूँ ही कट जाएंगे।