"प्रिय Ex तुम पे आंसू नही जंचते सो इक वफा देना
जब भी मैं याद आऊं तुमको मुस्कुरा देना
भूल जाना वो पहली मुलाकात की बात
भूल जाना वो जज्बातों से भरी रात की बात
भूल जाना हम एक दूजे के यूं दीवाने थे
हम तेरी दुनिया तुम मेरे लिए जमाने थे
भूल जाना वो हंसने हंसाने का सबब
बाज़ लड़ते भी तो लहजे में होता था अदब
ख्वाब जो तुम को रुलाए वो सब भुला देना
जब भी मैं याद आऊं तुमको मुस्कुरा देना
©Kamal ki klm se"