"बड़ी हिकारत की नजरों से देखते हैं मुझे वो जब भी देखते हैं ।
पर उन नजरों में भी मुझे प्यार नजर आता है ।।
मैं तो उनमें अपना खुदा देखता हूँ मैं जब भी देखता हूँ।
पर उन्हें मुझमें एक नापाक इन्सान नजर आता है ।।
सुरजीत"
बड़ी हिकारत की नजरों से देखते हैं मुझे वो जब भी देखते हैं ।
पर उन नजरों में भी मुझे प्यार नजर आता है ।।
मैं तो उनमें अपना खुदा देखता हूँ मैं जब भी देखता हूँ।
पर उन्हें मुझमें एक नापाक इन्सान नजर आता है ।।
सुरजीत