तुमसे ही जीवन में हर खुशियां हैं,
तुम से ही घर में बहार है,
तुम ही जीवन की डोर हो, तुम ही संसार हो
बेहद खास रिश्ते से नवाजा है तुमने
हां 'माँ' बनाया है मुझे
तुम्हारे आने के इंतजार में गुजारे
वो नौ महीने
तुम्हें पाकर अपनी गोद में भूल गई थी सब पीड़ा
याद है मुझे, वो यादगार दिन
तुम्हारे आने का था सबको बेसब्री से इंतजार
मेरी कोख से बाहर की दुनिया तुमने देखी थी पहली बार
हां तुम रोए थे, बेहद धीमे
तुम्हारे उस क्रंदन की आवाज ने
मेरे कानों में मधुर बंशी बजाई थी
तभी तुम्हें देखने की गुजारिश डॉक्टर से की थी
उस दिन जो तुम रोये थे, दिल को बहुत भाय थे
मगर अब तुम्हारा रोना, नहीं भाता मुझे
तुम सदा मुस्कुराते रहो यही दुआ है मेरी
पूरे करो सपने तुम अपने, ऊंची हो उड़ान तुम्हारी
बस इक माँ की दुआ है तुम्हारी
#मां