White गुरु (दोहे)
गुरु मिलता जब शिष्य को, मिलती खुशी अपार।
देते विद्या दान हैं, भरे ज्ञान भंडार।।
गुरु की महिमा है बड़ी, शिक्षा दे भरपूर।
बिन पानी साबुन बिना, दोष करे वो दूर।।
शिष्य करे जो अर्चना, गुरु का हो सम्मान।
विद्या से जीवन खिले, पूरे हों अरमान।।
गुरु जैसा ज्ञानी नहीं, वही ज्ञान का सार।
निर्माता ये भाग्य के, जीवन का आधार।।
गुरु बिन है विद्या नहीं, और कहाँ फिर ज्ञान।
पशुवत होती जिंदगी, पाता कष्ट महान।।
विद्या जो धारण करे, बनता वही महान।
गुरु को रहती लालसा, सबका हो सम्मान।।
........................................................
देवेश दीक्षित
©Devesh Dixit
#teachers_day
गुरु (दोहे)
गुरु मिलता जब शिष्य को, मिलती खुशी अपार।
देते विद्या दान हैं, भरे ज्ञान भंडार।।
गुरु की महिमा है बड़ी, शिक्षा दे भरपूर।