जब भी खुले आँखे मेरी
आँखों को तेरा दिदार हो
मेरे कलम से बहते शब्दों में
बस तेरे नाम की धार हो
है चाहत तुझपे मर मिटने की
मरु तो तेरा द्वार हो
जब चिता को मेरी आग लगे
मेरे भस्म से तेरा शृंगार हो।
जब भी खुले आँखें मेरी
आँखोँ को तेरा दिदार हो
मेरे कलम से बहते शब्दों में
बस तेरे नाम की धार हो
है चाहत तुझपर मर मिटने की
मरूं तो तेरा द्वार हो
जब चीता को मेरी आग लगे
मेरे भस्म से तेरा शृंगार हो। 💙 💙 Apka_Rangrez @mystic_fish__ 🔱हर हर महादेव🔱 ॐ शृंगार ॐ
_________
महादेव 💙
#Mahashivratri2021