White #कर्म
बिन लाठी ज़ख्म होगा,
मिलेगा वहीं जो कर्म किया होगा
अर्थात...
हम जो भी काम करते है अच्छा या बुरा या फिर नहीं भी करते है इक अदृश्य शक्ति की हम पर नजर होती है| वो लगातार हमे देख रही है, कि हम इस जिंदगी को कैसे व्यतीत कर रहे क्योंकि इंसान का जन्म होने के बाद से उसके मृत्युपर्यंत तक कुछ ना कुछ उतार चढ़ाव लगे रहते है| इंसान किस तरह से मुश्किलों का सामना करता है किस तरह लोगों की सहयता करते हुए जीवन निर्वाह करता है| यह सब काम उसके कर्म में शामिल होते जाते हैं और उस अदृश्य शक्ति के द्वारा समय समय पर अच्छे कर्म का अच्छा नतीज़ा व बुरे कर्म का बुरा नतीज़ा स्वयं उसके सामने आता रहता है| भले ही इंसान लाख इंकार करे ,कि हमने अपने जीवन में किसी को दुखी नहीं किया लेकिन यह कर्मों का फल कभी पीछा नहीं छोड़ता है |
न स्वर्ग कहीं है,
और न नर्क कहीं है
जब कर्मों के फल मिलते है,तो
सब यही महसूस होने लगते है
©vineetapanchal
#KARM #fall #jivan