तेरी यादों के बादल नीचे हर वक़्त सिमटा रहता हूँ। ते | हिंदी शायरी
"तेरी यादों के बादल नीचे हर वक़्त सिमटा रहता हूँ।
तेरे साथ बिताये वो लम्हो को पल पल गिनता रहता हूं।
नींद में कही अकेली ना पड जाए तेरी यादें
इसलिए बिना ख्वाबों के भी यादों से लिपटा रहता हूं।।"
तेरी यादों के बादल नीचे हर वक़्त सिमटा रहता हूँ।
तेरे साथ बिताये वो लम्हो को पल पल गिनता रहता हूं।
नींद में कही अकेली ना पड जाए तेरी यादें
इसलिए बिना ख्वाबों के भी यादों से लिपटा रहता हूं।।