ये दिल तोड़ता कौन है,यहाँ तो सब टूटे पड़े है
कभी इस जमाने से तो कभी खुद से लडे है
कुछ टूट के बिखर गये,कुछ झूठी हँसी का लिबास पहनके आगे बढे है
कई निकल गये नई महोब्बत की तलाश में,कई पुरानी में ही उल्जे पड़े है
पर अग़र सब गिरे जख्मी यह तो
ये जख्म देने वाले कहा खड़े है !!
#immature_007@pc