#nojoto गर है तुम्हे उल्फत,तो उससे *इजहार क्यूं नहीं करते,जाकर उससे रूबरू तुम *इसरार क्यूं नहीं करते//१
*प्रकट करना
*आग्रह करना
बनके फिरते रहते हो दिवाना जिसकी दीवानगी मे,बया उस दिलनशी से तुम हाल_ए
_जार क्यूं नहीं करते//२
जिस नाम का*विर्द ये तेरा दिल करता रहता है,तो करके कुबूल उस हसीना को तुम*ज़रदार क्यूँ नहीं करते//३ *जाप *अमीर