घटना के घटित होने से लेकर
घटना का लोगो तक पहुँचने का सफ़र
घटना अनेक घटकों से होकर गुजरी
दिखाने वाले ने कभी दर्द को छुपा लिया
कभी घटना को सांप्रदायिक बना लिया
कभी गरीब की सच्चाई को छुपाकर
उसको अमीर के हिस्से की बता दिया
घटना भी वही बयां की जाती है
जो ज्यादा TRP कमा जाती है
गरीब पल-पल अपने हक़ की आवाज़
अपने आंसुओं मैं दबा देता है
किसी अमीर का कुत्ता भी मर जाये
दिखाने वाला बहुत दर्द दिखा देता है
फिर आते हैं कुछ लोग टीवी पे
किसी समस्या को सुलझानें नहीं
गलती दूसरे की है ये कारण बताने
दिखाने वाला भी बीच-बीच मैं दो तंज़ मारता है
अपनी छवि थोड़ा और उभारता है
कहीं घटनाएं आज भी न्याय माँगती हैं
क्या अमीर क्या गरीब क्या जाति क्या धर्म
इस तराजू को कहाँ जानती हैं
और कहीं फिर आतुर हैं
घटना को एक रंग देने के लिए
जाति-धर्म अमीर -गरीब राग -द्वेष
इस रंग मैं रंग देने के लिए
(सचिन चमोला )
©sachin chamola
#simplicity