Mantri Ji हैं सबसे आला, मंत्री जी जैसे मधुबाला | हिंदी कविता

"Mantri Ji हैं सबसे आला, मंत्री जी जैसे मधुबाला, मंत्री जी गोरा और काला, मंत्री जी सब जेब में डाला, मंत्री जी जीत के आते, मंत्री जी मौका पाते, मंत्री जी सेंध लगाते, मंत्री जी चारा खाते, मंत्री जी जेल में जाते, मंत्री जी बाहर आते, मंत्री जी फिर कुर्सी पाते, मंत्री जी देश पे ताला! मंत्री जी छिन गया निवाला! मंत्री जी खतरे में बाला! मंत्री जी कितना घोटाला! मंत्री जी हर पीठ में भाला! मंत्री जी ये क्या कर डाला? मंत्री जी तानाशाही, मंत्री जी! खुद दूध मलाई, मंत्री जी! जनता बहकाई, मंत्री जी! जग में रुसवाई, मंत्री जी! आग लगाई, मंत्री जी! इसकी भरपाई? मंत्री जी? लूट लपाटा, मंत्री जी पूछा तो डाँटा, मंत्री जी मजदूर का आटा, मंत्री जी अम्बानी-टाटा, मंत्री जी किस किस को बांटा? मंत्री जी? सत्ता पे मरते, मंत्री जी पेटी को भरते, मंत्री जी पब्लिक से डरते, मंत्री जी कुछ भी ना करते, मंत्री जी फिर भी जय करते, सन्तरी जी और फूले फिरते, मंत्री जी जय हो जय हो मंत्री जी ©Anoop Jadon"

 Mantri Ji     हैं सबसे आला, मंत्री जी
जैसे मधुबाला, मंत्री जी
गोरा और काला, मंत्री जी
सब जेब में डाला, मंत्री जी

जीत के आते,  मंत्री जी
मौका पाते,  मंत्री जी
सेंध लगाते,  मंत्री जी
चारा खाते,  मंत्री जी
जेल में जाते,  मंत्री जी
बाहर आते,  मंत्री जी
फिर कुर्सी पाते,   मंत्री जी

 देश पे ताला!  मंत्री जी
छिन गया निवाला!  मंत्री जी
खतरे में बाला!  मंत्री जी
कितना घोटाला!  मंत्री जी
हर पीठ में भाला!  मंत्री जी
ये क्या कर डाला?  मंत्री जी

तानाशाही,  मंत्री जी!
खुद दूध मलाई, मंत्री जी!
जनता बहकाई,  मंत्री जी!
जग में रुसवाई,  मंत्री जी!
आग लगाई,  मंत्री जी!
इसकी भरपाई?  मंत्री जी?

लूट लपाटा, मंत्री जी
पूछा तो डाँटा, मंत्री जी
मजदूर का आटा, मंत्री जी
अम्बानी-टाटा, मंत्री जी
किस किस को बांटा? मंत्री जी?

सत्ता पे मरते,  मंत्री जी
पेटी को भरते,  मंत्री जी
पब्लिक से डरते, मंत्री जी
कुछ भी ना करते, मंत्री जी
फिर भी जय करते,  सन्तरी जी
और फूले फिरते, मंत्री जी
जय हो जय हो मंत्री जी

©Anoop Jadon

Mantri Ji हैं सबसे आला, मंत्री जी जैसे मधुबाला, मंत्री जी गोरा और काला, मंत्री जी सब जेब में डाला, मंत्री जी जीत के आते, मंत्री जी मौका पाते, मंत्री जी सेंध लगाते, मंत्री जी चारा खाते, मंत्री जी जेल में जाते, मंत्री जी बाहर आते, मंत्री जी फिर कुर्सी पाते, मंत्री जी देश पे ताला! मंत्री जी छिन गया निवाला! मंत्री जी खतरे में बाला! मंत्री जी कितना घोटाला! मंत्री जी हर पीठ में भाला! मंत्री जी ये क्या कर डाला? मंत्री जी तानाशाही, मंत्री जी! खुद दूध मलाई, मंत्री जी! जनता बहकाई, मंत्री जी! जग में रुसवाई, मंत्री जी! आग लगाई, मंत्री जी! इसकी भरपाई? मंत्री जी? लूट लपाटा, मंत्री जी पूछा तो डाँटा, मंत्री जी मजदूर का आटा, मंत्री जी अम्बानी-टाटा, मंत्री जी किस किस को बांटा? मंत्री जी? सत्ता पे मरते, मंत्री जी पेटी को भरते, मंत्री जी पब्लिक से डरते, मंत्री जी कुछ भी ना करते, मंत्री जी फिर भी जय करते, सन्तरी जी और फूले फिरते, मंत्री जी जय हो जय हो मंत्री जी ©Anoop Jadon

#WForWriters

People who shared love close

More like this

Trending Topic