न बहुत खुश हूं न बहुत उदास हूं, क्योंकि तेरे अधरों
"न बहुत खुश हूं न बहुत उदास हूं,
क्योंकि तेरे अधरों की सूखी प्यास हूं,
अपने हालातों की नौकरशाही करता है ज़माना;
मैं भी अपने हालातों का दास हूं।।
🙏🥀dheeru🌹🙏"
न बहुत खुश हूं न बहुत उदास हूं,
क्योंकि तेरे अधरों की सूखी प्यास हूं,
अपने हालातों की नौकरशाही करता है ज़माना;
मैं भी अपने हालातों का दास हूं।।
🙏🥀dheeru🌹🙏