नन्ही छोटी अंगुलियों का खुरदुरा स्पर्श
मुझे यू ही अनुभव होने लगा था
मैं कुछ अलग सा महसूस कर रहीं थीं
मैं कुछ अजीब सा महसूस कर रही थी
मुझे एक अनोखी खुशी मिल रहीं थीं
शायद, मैं एक पत्नी से मां बन रही थी
मेरे गर्भ में मेरा ही अंश पल रहा था
मेरे गर्भ में घर का वंश पल रहा था
परिवार में एक खुशी की लहर थीं
मुझ से ज्यादा मेरे हमसफ़र को खुशी थीं
सबने उसके आने की तैयारी कर ली थी
कपड़ों संग नाम की खोज शुरू हो गई थी
डाक्टर ने मेरा इलाज शुरू कर दिया था
मेरे बच्चे के जन्म का इंतजार सबको था
इस दुनिया में जन्मा तो बच्चा मेरा
लेकिन सांसें वो पहले ही छोड़ आया था
खुशियां मेरी सारी धरी की धरी रह गई
सब के चहरे पर एक उदासी छा गई
मेरे हमसफ़र ने मेरे हाथ थाम लिया
खुद रोकर मेरे आंसुओं को पोछना चाहा
✍️ बंजारन
#LookingDeep