*सीताराम जी* *बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये ज
"*सीताराम जी*
*बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये जिंदगी..*
*पता नहीं अगले ही पल कौन सा पैगाम ले आये !**कृपा बनाए रखना मेरे महांकाल*
*दुनिया तो इंतजार ही करती है*
*हमारे टूट जाने का*
*सीताराम*"
*सीताराम जी*
*बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये जिंदगी..*
*पता नहीं अगले ही पल कौन सा पैगाम ले आये !**कृपा बनाए रखना मेरे महांकाल*
*दुनिया तो इंतजार ही करती है*
*हमारे टूट जाने का*
*सीताराम*