नारी तो गाय है,नारी तो मासूम है,
बस करो ये दुनिया वालो बहूत हुआ ये बेचारी शब्दों का इस्तेमाल इस नारी के लिए अब ये बेचारी नही है
ये गाय तो है लेकिन मारती भी है
ये मासूम तो है लेकिन अपना भाल जानती भी है
तो समझ जाओ नारी को बेचारी समझने वाले
तो समझ जाओ नारी को अभला समझने वाले
अब उसकी इज्जत पर कोई आंच आई
तो उसका मुँह तोड़ जवाब देना भी जानती है
आज की नारी को कोई भी सहानुभूति की जरूरत नही
वह टूट कर फिर से जुड़ना जानती है
उसे तोड़ने वाले को चूर करना भी जानती है
आज की नारी है कोई बेचारी नही
नारी का सामान ही उसका अभिमान है
respect women
{happy womens day}
kanchan gupta
#international_womens_day respect women happy women day