हिंदी मेरी पहचान है, हिंदी दिवस "अन्त:करण तुम्हारा भी यदि,चाहता उत्थान को।
वनगमन करो तो फिर, कठिन संघर्ष को स्थान दो।
चाहते यदि हो, तुम्हारे कर्म भी पावन बनें;
तो सुलभ आसन को त्यागो, विपिन को प्रस्थान लो।।"
-जीवेश वाजपेयी
हिन्दी दिवस की, हिन्दी भाषी, व्यक्तियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं।।
©Jivesh Bajpai✓
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#Hindidiwas dhyan mira Writer Shivani dipesh suman kiran ke kalam se Ram Bhajan Chauhan pardeep