मैं थार के बबूल सा हो गया हूँ ओस की बूंदों को मैं पत्तो से पी रहा हूँ ज़िंदा हूँ नही पर जी रहा हूँ एक अरसे बाद आये वो बौछारें शायद की क़यामत से कर रहा हूँ इंतेज़ार क़यामत का ©Poemaholic #थार #रेगिस्तान #बबूल #ओस #क़यामत Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto