चंदा मामा दूर नहीं अब चंदा मामा पास है,
लम्हा यह हर भारतीय के लिए खास है।
पहला देश भारत जो चांद के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचा,
भारत कर दिखाएगा ऐसा किसी ने कभी था क्या सोचा?
श्रीहरिकोटा से चलकर इसने 40 दिन लगाए थे,
23 अगस्त की शाम तक इसने सबके दिल धड़काए थे।
विक्रम नाम सुसज्जित इसका श्री विक्रम साराभाई से,
बजट मात्र 615 करोड़ कम गदर-2 की कमाई से।
श्री सोमनाथ का सपना था ISRO मिलकर साथ चला,
चांद की धारा पर देखो चौथा अपना देश खड़ा।
सूरज की रोशनी से अब ऊर्जा ये पाएगा,
अगले 14 दिन तक सब संबंधित जानकारियां जुटाएगा।
जब चांद की दक्षिणी ध्रुव पर अंधेरा छा जाएगा,
विक्रम अपना दुनिया को अब चांद की दुनिया दिखलाएगा।
©अभी_की_अभिव्यक्ति!