तनहा तनहा हूं मैं, तनहा तनहा हूं मैं, और तनहा तनहा | हिंदी शायरी
"तनहा तनहा हूं मैं,
तनहा तनहा हूं मैं,
और
तनहा तनहा तूं है,
पर तेरे लफ्ज़ चुप है,
तूं भी है तन्हा,
तूं भी है तन्हा,
पर तनहाई सब कुछ बयान कर गई ,
हमें पता भी न चला,
हमे तो पता भी न चला,
और दुनिया शोर कर गई।"
तनहा तनहा हूं मैं,
तनहा तनहा हूं मैं,
और
तनहा तनहा तूं है,
पर तेरे लफ्ज़ चुप है,
तूं भी है तन्हा,
तूं भी है तन्हा,
पर तनहाई सब कुछ बयान कर गई ,
हमें पता भी न चला,
हमे तो पता भी न चला,
और दुनिया शोर कर गई।