May you live long गड़गड़ाते बादल अब सुनने को नहीं मिलते
सुर्ख ठण्ड के कोहरे में अब खुल कर भाग नहीं पाते
गर्मी की दोपहर बहुत ज्यादा आक्रोश में रहती हैं
उगता सूरज और ढलता सूरज का समय अब सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं
कर्म कर और फल की इच्छा ना कर
के चक्कर में
अपने को कर्मठ बनाने की दौड़ में
मैं बेकार खाली नहीं हूं
इसे सिद्ध करने के चक्कर में
खेल गये हम खेल गये
अपनी धरती से हम खेल गये