"#औरत
मेरा जन्म हुआ, कीसिकी प्यास बुझाने के लिये
मेरा जन्म हुआ, खून के आसू रोने के लिये
मेरा जन्म हुआ, संभोग करने के लिये
ना मै कीसिकी बेटी हु,
ना बहेन,ना बिवि,
और नाही कीसिकी मा.
मै हु तो बस, सबकी जरुरत!
😥😥😥
- प्रसेनजीत"
#औरत
मेरा जन्म हुआ, कीसिकी प्यास बुझाने के लिये
मेरा जन्म हुआ, खून के आसू रोने के लिये
मेरा जन्म हुआ, संभोग करने के लिये
ना मै कीसिकी बेटी हु,
ना बहेन,ना बिवि,
और नाही कीसिकी मा.
मै हु तो बस, सबकी जरुरत!
😥😥😥
- प्रसेनजीत