अस्क हमने भी बहुत बहाये है, जुल्म हमपे भी बहुत ढाए
"अस्क हमने भी बहुत बहाये है,
जुल्म हमपे भी बहुत ढाए है,
कई निशान तो हमने भी अपने लिबाज़ पे पाए है,
पर "मतलबी"सी ये दुनियां,
इसने तो बस अपनी ही ज़ख्म हमें आज तक गिनवाए है। #NojotoQuote"
अस्क हमने भी बहुत बहाये है,
जुल्म हमपे भी बहुत ढाए है,
कई निशान तो हमने भी अपने लिबाज़ पे पाए है,
पर "मतलबी"सी ये दुनियां,
इसने तो बस अपनी ही ज़ख्म हमें आज तक गिनवाए है।