"लम्हें "पल-पल हर-पल याद आते है वो लम्हें"
जिन्हें देखा है नजरों के अफशानों से
कहती है यादें मुस्कराते हुए चहेरें से
क्यूँ उदास है उन लम्हों के याद आने से
बिखर जायेगा उन लम्हें कि कश्ती में
मैं लम्हा हूँ, याद आँऊगा तुझे
जी ले इस पल भी नहीं फिर
याद आँऊगा तुझे।
©SHUDHANSHU SHARMA"