एहसान चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं , इस शौ | हिंदी शायरी
"एहसान चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं ,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं ।
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये हैं ।"
एहसान चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं ,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं ।
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये हैं ।